राजेश शुक्ला/अनूपपुर। सरकारी अस्पताल में इलाज ना मिलने के कारण हृदयरोगी शिक्षक तड़प तड़पकर मर गया। शिक्षक रामनिवास शुक्ला हृदय रोग से पीड़ित था। इलाज के लिए अस्पताल आया था परंतु डॉक्टरों ने बताया कि यहां उनके पास दवाएं ही नहीं हैं। शिक्षक की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा शुरू हो गया। तत्काल पुलिस ने अस्पताल को छावनी बना डाला।
इनका कहना है
अगर हेपरिन नामक जीवन रक्षक इन्जेक्शन मिल गया होता तो मै आज अनाथ नही होता
डाक्टर बृजनदंन शुक्ला मृतक के पुत्र
आये दिन जिला चिक्तिसालय में इस तरह की घटनायें घटित हो रही है दिन प्रतिदिन वहां के हालात बदतर होते चले जा रहे है प्रशासन व्यवस्था सुधारने में अच्छम नजर आ रहा है प्रशासन को चाहिये की दोषी लोगों पर कडी कार्यवाही करते हुये व्यव्स्था में सुधार करें।
मनोज द्विवेदी भाजपा मीडिया प्रभारी अनूपपुर
कल एक शिक्षक की मौत के बाद जिला अस्पताल में हंगामा हुआ था देर रात समझाईस के बाद परिजनों को शव के बाद रवाना किया गया,आज कलेक्टर साहब ने बैठक ली है देर शाम तक कार्यवाही की संभावना है।
बीडी वर्मन एसडीएम अनूपपुर
पूरे मामले को लेकर बैठक की गई है,एसडीएम अनूपपुर को जांच प्रतिवेदन देने के लिए कहा गया है जो भी दोषी होगा उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
एन.एस. परमार, कलेक्टर अनूपपुर
