भोपाल। मप्र के कलेक्टर किसानों का दर्द सुनने को तैयार नहीं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रोजगार की तलाश में दूसरे जिलों/राज्यों में जा रहे मजदूरों के पलायन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को निर्देश दिये हैं कि उनके जिले से कोई भी मजदूर पलायन नहीं करे। कोई भी मजदूर अगर रिश्तेदारी में भी क्षेत्र से बाहर जायेगा तो उसे कलेक्टर से इस बात का प्रमाण पत्र लेना होगा कि वह मजदूरी के लिए नहीं जा रहा है। शिवराज चाहते हैं कि उसे उसी के गांव में रोजगार मिले, मनरेगा के तहत 100 के बजाए 150 दिन काम दिया जाए। सवाल सिर्फ इतना सा है कि जिन किसानों ने आत्महत्या कर ली और जिनके यहां मजदूरी करने लायक कोई जवान जिंदा ही नहीं बचा, उनका क्या।