भोपाल। मप्र के हर जिले में मुख्यमंत्री की पसंद का कलेक्टर विराजमान है। पूरा प्रदेश मौसम की मार से हाहाकार कर रहा है। शिवराज सिंह चौहान भी किसानों के दर्द में खुद को शामिल जताते हैं परंतु उनके प्रिय कलेक्टरों ने सूखे की रिपोर्ट अब तक नहीं भेजी है।
अब जब अनावरी रिपोर्ट ही नहीं आई तो जिलों में राहत राशि कैसे भेजी जा सकेगी। मुख्यमंत्री ने इन कलेक्टरों सहित प्रदेशभर से 23 अक्टूबर को रिपोर्ट तलब की है, लेकिन यदि फिर भी रिपोर्ट नहीं आई तो क्या करेंगे, स्पष्ट नहीं किया है। इस रिपोर्ट को भेजने की लास्ट डेट 19 अक्टूबर थी। आज 22 अक्टूबर हो गई।
इन जिलों ने अटकाई रिपोर्ट
जबलपुर, कटनी, बालाघाट, मंडला, दमोह, रीवा, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, अलिराजपुर, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, उज्जैन, नीमच, मुरैना, श्योपुरकला, भिण्ड, ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, सीहोर, विदिशा, बैतूल।