नईदिल्ली। गुजरात में इन दिनों पाटीदार ही छाए हुए हैं। वीजापुर-महेसाणा में पाटीदारों ने बिना अनुमति रावण जलाने की तैयारी की। पुलिस आई और रावण के पुतले को हिरासत में लेकर चली गई। अब पाटीदारों ने हाईकोर्ट में याचिका ठोक दी है। कहते हैं पुतले की रिहाई करवाइए।
पाटीदार नवनिर्माण सेना ने वीजापुर में पुलिस से रावण दहन की इजाजत मांगी थी। लेकिन प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी। पुलिस के इनकार के बाद भी आयोजकों ने पुतला दहन का ठान रखा था। दशहरे की सुबह पुलिस ने मैदान पर पहुंच कर पुतला अपने कब्जे में ले लिया। ये सारी वारदात मैदान में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई।
शुक्रवार को पुलिस जो पुतला ले गई थी उसे वापस दिलवाने के लिए पाटीदार नवनिर्माण सेना हाईकोर्ट पहुंच गई। कोर्ट में जज ने पूछा भी कि अब तो दशहरा बीत गया और अब रावण की क्या जरूरत है? आवेदक के वकील ने मजाकिया अंदाज में कोर्ट को बताया कि रावण (पुतले) में लगाए गए पटाखे दीपावली में भाजपा वाले फोड़ डालेंगे, इसलिए रावण वापस दिलवाया जाए। फिलहाल यह मामला कोर्ट में पेंडिंग है, लेकिन आयोजक पुतले को वापस कराने पर अड़े हुए हैं।