भोपाल। भले ही व्यापमं घोटाले की सीबीआई जांच चल रही है, भले ही शिवराज ने व्यापमं का नाम बदल दिया, परंतु काम तो वही पुराना जारी है। घोटाला तो अब भी जारी है। पिछले दिनों हुई वनविभाग की परीक्षा में मथुरा के परीक्षार्थी की जगह बिहार का मुन्नाभाई बैठा था। पकड़ा गया तो राज खुला। पुलिस मथुरा से परीक्षार्थी एवं स्कूल संचालक को भी उठा लाई है। स्कूल संचालक ने ही पांच लाख रुपये में मुन्ना भाई की सेटिंग कराई थी।
लगभग दो माह पूर्व हुई मध्य प्रदेश वन दारोगा पद की परीक्षा के लिए मथुरा के मूला गांव निवासी सुधेश रावत ने आवेदन किया था। उसके चचेरे भाई व स्कूल संचालक मुकेश ने परीक्षा पास कराने को सेटिंग कराई। मध्य प्रदेश पुलिस के मुताबिक मुकेश ने मध्यस्थ के जरिये बिहार के मुन्नाभाई से पांच लाख रुपये में डील फाइनल की। परीक्षा केंद्र देवास जिले में था। सुधेश की जगह परीक्षा में बिहार का युवक बैठा। पैसे लेकर दूसरे युवकों को परीक्षा में बैठाने वाला गैंग पिछले दिनों देवास के नाह दरवाजा थाना पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
इनमें वह युवक भी था, जो सुधेश के स्थान पर परीक्षा में बैठा था। पूछताछ में उसने सुधेश और मुकेश के नाम पुलिस को बता दिए। गुरुवार सुबह मथुरा पुलिस के साथ पहुंची मध्यप्रदेश पुलिस ने जेएसएम पब्लिक स्कूल से मुकेश और घर से सुधेश को गिरफ्तार कर लिया। मध्य प्रदेश पुलिस दोनों आरोपियों को अपने साथ ले आई है। मध्य प्रदेश पुलिस को उस व्यक्ति की भी तलाश है, जिसने मुकेश, सुधेश और बिहार के शातिर के बीच हुई डील में मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी क्योंकि सीधे तौर पर बिहार के युवक का मुकेश और सुधेश से संपर्क नहीं बताया गया है।