जबलपुर। मलेरिया की जांच करने में लैब फैल हो रहीं हैं और डॉक्टर लैब रिपोर्ट पर डिपेंड हो गए हैं। हालात यह बन गए कि 7 मरीजों को मलेरिया था ही नहीं, फिर भी उन्हें लैब रिपोर्ट में मलेरिया से पीड़ित बता दिया गया और डॉक्टरों ने उन्हे दवा खिला दी।
ऐसा कटंगी के पांच मरीजों के साथ हुआ है। जबलपुर के जिला मलेरिया कार्यालय से भेजी गईं इंदौर सेंट्रल लैब में स्लाइड का रिजल्ट जांच के बाद बदल गया। जबलपुर में जो रिपोर्ट पॉजीटिव थी, वह सेंट्रल लैब में क्रास चेकिंग में निगेटिव मिली है। ऐसी 7 स्लाइडों के साथ हुआ है।