देवास। यहां एक ऐसा फर्जी पुलिसकर्मी पकड़ा गया है जो पूरे प्रदेश में घूमा करता था। छापामारी करता और पैसे लेकर लोगों को छोड़ दिया करता था। वो पुलिसवालों के साथ मिलकर भी काम करता था और पुलिसकर्मी उसे पहचान ही नहीं पाते थे।
देवास में टीआई के पास एक पुलिसकर्मी पोस्टिंग के लिए आया था। पुलिसकर्मी की नेम प्लेट पर शिवनारायण सेंगर के साथ 1589 नंबर लिखा हुआ था। नंबर देखर टीआई को शक हुआ क्योंकि जो संख्या नेम प्लेट पर लिखी हुई थी उतना बल तो पूरे देवास में नहीं था।
जब टीआई ने उससे पूछताछ शुरू की तो युवक ने धीरे-धीरे अपनी पूरी सच्चाई सामने रख दी। जानकारी के अनुसार आरोपी युवक शिवनारायण सेंगर धार जिले का रहने वाला है। सेंगर की पुलिस में भर्ती होने की इच्छा थी लेकिन एग्जाम में पास न होने के कारण उसका सपना पूरा नहीं हो पाया। जिसके बाद उसने इंदौर के एक दर्जी से अपने लिए पुलिस की वर्दी सिलवाई और पैसे देकर उत्तरप्रदेश से फर्जी दस्तावेज बनवा लिए। दस्तावेज तैयार हो जाने के बाद वो राज्य के अलग-अलग जिलों में पुलिसकर्मी बनकर घूमता रहा।
पुलिसकर्मियों के साथ रहने के लिए वो अपनी पोस्टिंग कहीं और की बताता था। पुलिस के साथ रहकर उसने कार्यशैली, लिखापढ़ी को अच्छे से समझ गया। इसके लिए वो एक शहर में बस 10 से 15 दिन ही रहता था।
