अनूपपुर। संस्कृति और मान्यताओं को दरकिनार करते हुए अपने इकलौते भाई को मुखाग्नि देकर 19 वर्षीय युवती नीलम राठौर ने समाज के सामने बेटी और बेटे में भेदभाव करने वालो को करारा जवाब दिया। जिला मुख्यालय में निवास करने वाले अर्जुन राठौर के 22 वर्षीय पुत्र राहुल राठौर का निधन लंबी बीमारी के पश्चात 17 अक्टूबर को हो गया था।
अर्जुन राठौर विद्युत विभाग में कर्मचारी है और उनकी 4 पुत्रियां और 1 मात्र पुत्र राहुल राठौर था। 3 पुत्रियो का विवाह होने के साथ ही वे अपने ससुराल में रह रही है। घर पर राहुल तथा नीलम ही रहते थे। पांच महीने पूर्व से राहुल की तबीयत बिगडऩे लगी थी, पांच महीने तक नागपुर से इलाज के पश्चात भी उसकी हालत नही सुधरी और शनिवार 17 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई।
मान्यताओं के अनुसार पिता अपने पुत्र की चिता को अग्रि नही देता तब राठौर परिवार पर पुत्र की अंन्त्येष्ठी के लिए परिवार वालो के अलावा और कोई विकल्प नही था। तब नीलम ने अपने इकलौते भाई को मुखाग्नि देने का निर्णय लिया। शव यात्रा में सम्मिलित होकर वैदिक रीति रिवाज के अनुसार नीलम ने अपने भाई के अंतिम संस्कार को संपन्न कराया। श्मशान घाट में इस दृश्य को देखकर सबकी आंखे नम हो गई।
