इंदौर। यह मामला इंदौर के पुलिस अधिकारियों की संवेदनहीनता का प्रमाण है।जीएसआईटीए कॉलेज की सड़क पर एक दर्दनाक हादसे में एक युवक बुरी तरह घायल हो गया। वो सड़क पर पड़ा तड़पता रहा। इस बीच कई पुलिस अधिकारी वहां से गुजरे लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। अंतत: वो तड़पते हुए मर गया।
दुर्घटनाग्रस्त युवक आधे घंटे तक सड़क पर तड़पता रहा। हैरानी की बात यह रही कि किसी ने मानवीयता के नाते रुक कर उसे देखने की जहमत भी नहीं उठाई। इसी दौरान डीआरपी लाइन से शस्त्र पूजन कर लौट रहे डीआईजी, एसपी और एएसपी सहित अन्य अधिकारी लाल-पीली बत्ती की गाड़ियों में उस सड़क से गुजरे, लेकिन घायल को देखा और मुंह फेरकर निकल गए।
मृतक की पहचान रोहित जावरे के तौर पर हुई है। सांवेर का रहने वाला था। यहां रहकर पढ़ाई कर रहा था एवं दशहरा मनाने के लिए अपने गांव जा रहा था। इसी दौरान नेहरू पार्क रोड़ पर तेज गति से आ रही भाटिया ट्रेवल्स की बस ने उसे अपने चपेट में ले लिया। बस की गति इतनी थी कि बाइक बस के टायर में फंस कर काफी दूर तक चली गई। युवक सड़क पर तड़पता रहा। घंटों तक इलाज के आभाव में घायल ने वहीं दम तोड़ दिया।