सिवनी। आदिवासी गांव सालेगढ़ में ग्रामीणों ने एकजुट होकर 5 आदिवासियों को बंधक बनाया। उन्हें नंगा किया, फिर नाले में डुबकी लगवाई, मल खिलाया और मूत्र पिलाया। सभी पीड़ितों पर जादू टोने करने का आरोप है।
दरअसल 10 सितंबर को छपरा तहसील के आदिवासी बहुल गांव सालेगढ़ में समीलाल की सांप के काटने से मौत हो गई थी। इसके दो दिन बाद ही उसके भांजे की भी इसी तरह मौत हो गई। जिससे ग्रामीणों को शक होने लगा।
शक होने के बाद ग्रामीणों ने कमल उईके (55), उमाशंकर उईके (28), कुंवरलाल उईके (55), हरिराम मर्सकोले (55), और रामसिंह (40) पर जादू कर सांप बनाने और उससे समीलाल और उसके भांजे को कटवाने का आरोप लगाया।
आरोप की सच्चाई जाने बगैर ग्रामीणों ने ही पांचों को सजा सुना दी। पांचों को पहले तो गांव से तीन किलोमीटर दूर चंदेरी गहरा नाला ले जाया गया। जहां उन्हें निर्वस्त्र करके नाले में तीन डुबकी लगवाई गई।
इसके बाद उन्हें मल खाने और फिर मूत्र पीने की सजा दी गई। इतने सब के बाद ग्रामीणों ने पांचों पर 35-35 हजार का जुर्माना भी लगाया।
हैरानी की बात ये है कि इतना सब होने के बावजूद पुलिस को इसकी कानो-कान खबर तक नहीं लगी। ये मामला तब सामने आया जब पांच पीड़ितों में से एक हरिराम 4 दिनों तक घर नहीं आया। जिसके बाद उसके बेटे ने पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।