खरगोन। मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरूण यादव ने आज शुक्रवार को दोपहर में खरगोन जिले के झिरन्या में हजारों आदिवासी किसानों और मजदूरों के साथ तहसील कार्यालय का घेराव कर धरना दिया। श्री यादव ने समूचे मप्र को सूखाग्रस्त घोषित कर किसानों के लिए 15 हजार करोड रूपए के विषेष राहत पैकेज की मांग की। उन्होनें मांग की कि किसानों का तीन साल का बैंकों का कर्जा और बिजली का बिल माफ किया जाए। किसानों को बर्बाद हुई फसलों का 50 हजार रूपए प्रति एकड मुआवजा दिया जाए। किसानों को जीरो प्रतिषत ब्याज दर पर नया कर्जा देकर खाद बीज निषुल्क प्रदान किया जाए। प्रदेषभर के किसानों को 500 करोड रूपए की बीमा राषि का भी भुगतान तत्काल किया जाए।
मोदी और शिवराज किसानों के प्रति नही है संवेदनशील
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने आज दोपहर में आदिवासी किसानों और मजदूरों के किसान आंदोलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान को किसानों की चिंता नही है। किसानों द्वारा रोजाना आत्महत्याऐं की जा रही है और प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री विदेषों में घूम रहे है। मोदी और चैहान किसानों और मजदूरो के प्रति संवेदनषील नही है। जिला कांग्रेस, ब्लाक कांग्रेस और युवा कांग्रेस के तत्वावधान में आयोजित इस विषाल आंदोलन में श्री यादव ने आगे कहा कि अच्छे दिन आ गये कहने वाले प्रधानमंत्री के राज में दालों के भाव 200 रूपये किलो पर पहुच गये है। गरीबों की थाली से दाल गायब हो गयी है। इस आंदोलन में लगभग 15 हजार आदिवासी किसानो और मजदूरों ने अरूण यादव की अगुवाई में सडक पर उतरकर तहसील कार्यालय तक प्रदर्षन रैली निकाली। बाद में तहसील कार्यालय का घेराव किया। यहां पर अरूण यादव सहित कांग्रेस पदाधिकारियों और किसानों एवं मजदूरों ने अपनी समस्याओं को लेकर धरना देकर तहसीलदार प्रताप अगासिया को ज्ञापन भी दिया।
