भोपाल। राजनीति तो दुनिया में बहुत से लोग करते हैं परंतु बहुत कम होते हैं जो इतिहास में दर्ज हो जाते हैं। जिनकी मृत्यु पर जनता को दुख होता है और जिन्हे युगों युगों तक याद रखा जाता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक धीरजसिंह सोलंकी एक ऐसा ही नाम है। देवास उन्हें कभी भुला नहीं पाएगा, क्योंकि उन्होंने ही देवास को बैंक नोट प्रेस दिलाई। 93 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।
स्वर्गीय धीरजसिंह सोलंकी वर्ष 1972 से 77 तक देवास के विधायक रहे। उस दौरान इंदौर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रकाशचंद्र सेठी केंद्रीय मंत्री थे। उस समय तत्कालीन विधायक सोलंकी ने केंद्रीय मंत्री सेठी से मिलकर देवास के लिए बीएनपी की सौगात दिलाने के लिए आग्रह किया था। जिसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देवास आगमन के दौरान यहां बैंक नोट प्रेस की घोषणा की। इस प्रेस ने देवास को भारत के नक्शे पर प्रमुख स्थान दिलाया और शहर का विकास भी इसी के बाद शुरू हो सका।
विदित हो कि देश की पहली बैंक नोट प्रेस महाराष्ट्र के नासिक में हैं। जिसकी स्थापना वर्ष 1924 में हुई थी। जबकि देवास की बैंक नोट प्रेस 1974 में स्थापित हुई थी। यहां एक साल में 265 करोड़ नोट छपते हैं। इनमें 20, 50, 100, 500 रुपए के नोट शामिल हैं।