भोपाल। व्यापम महाघोटाले में कई लोगो की हत्याओं का दौर 9 जुलाई को सीबीआई जाँच घोषित होने के बाद रुक गया था लेकिन कल मप्र के रिटायर्ड आईएफएस और व्यापम की 2010 से 2013 तक करीब 12 परीक्षाओ में प्रश्न पत्र चयन करने से लेकर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करवाने के साथ विधि सम्मत परीक्षा संपन्न होने का प्रमाण पत्र देने वाले केंद्रीय आब्जर्वर विजय बहादुर की उड़ीसा में ट्रैन में रहस्मय मौत ने फिर व्यापम में मौतों का खूनी सिलसिला चालू कर दिया है।
सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे ने कहा कि हम मांग करते है सीबीआई तत्काल विजय बहादुर की मौत की जाँच को अपने दायरे में ले और बाकि आॅब्जर्वर्स को सुरक्षा प्रदान करे। इन आॅब्जर्वर्स से पूछताछ भी करे। इस मामले को लेकर हमारी याचिका सुप्रीम कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत हो चुकी है जिस पर सुनवाई चल रही है।
