नईदिल्ली। सरकारी ऐजेंसियां अपनी जिम्मेदारी नहीं निभातीं। जनता अब खुद न्याय करने लग गई है। ऐसी ही एक घटना राजस्थान के केकड़ी विधानसभा क्षेत्र के देवगांव में हुई। नाबालिग से रेप का प्रयास करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया तो ग्रामीणों ने खुद उसे पकड़कर पेड़ से लटका दिया। इतना ही नहीं आसपास के 4 थानों की पुलिस भी उसे मुक्त नहीं करा पाई।
मामला देवगांव का है। यहां एक युवक ने नाबालिग लड़की से रेप का प्रयास किया। ग्रामीणों ने आरोपी को पकड़ा और केकड़ी थाने जा पहुंचे परंतु टीआई ने ग्रामीणों को गालियां देकर वहां से भगा दिया। बस फिर क्या था। नाराज ग्रामीणों ने खुद ही न्याय कर डाला।
आरोपी को पकड कर उसे एक पेड़ पर लटका दिया। पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर गांव वालों में इतनी जबरदस्त नराजगी थी कि उन्होंने एसडीएम जगदीश नारायण बैरवा और डीएसपी चंचल मिश्रा समेत करीब चार थाने के पुलिस स्टाफ को गांव में घुसने तक नहीं दिया जिसके चलते लगातार 8 घण्टे तक आरोपी युवक पेड़ पर ही लटका रहा।
गांव वालो की मांग थी है कि रेप के प्रयास जैसे संवेदनशील मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने थाने में गए गांव के लोगो के साथ अभद्र व्यवहार करने वाले पुलिस निरीक्षक गोवर्धन लाल मीणा को तत्काल निलम्बित किया जाए। उनकी इस मांग पर कार्रवाई का आश्वसन देने के बाद पुलिस और प्रशासन ने कडी मशक्कत के बाद ग्रामीणो से समझाइश कर आरोपी युवक को पेड से उतार कर पुलिस थाने पहुंचाया। इस दौरान कई घण्टो तक चले घटनाक्रम के दौरान ग्रामीणो ने पुलिस के खिलाफ न केवल नारेबाजी ही की वरन डीएसपी सहित कई पुलिसकर्मियो के साथ घक्का-मुक्की भी की और उन्हे जमकर खरीखोटी सुनाई। इस दौरान गांव में माहौल तनावपूर्ण रहा।
