भोपाल। मध्यप्रदेश के शासकीय लिपिक वर्गीय कर्मचारियों ने आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अभिनंदन करते हुए ऐलान किया कि वे एक दिन का वेतन किसान को मदद करने सूखा राहत में देंगे। इस पर मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि राज्य सरकार के पास पैसा नहीं है और किसानों को मदद करने के लिए उधार पैसा लेना पड़ेगा।
अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारी सूखा राहत में सरकार के साथ हैं, यह अच्छी बात है। मगर सूखा राहत में किसानों की मदद के लिए 2-3 हजार करोड़ नहीं बल्कि 10 हजार करोड़ की जरूरत है। इसलिए सरकार को व्यवस्था करना है। चौहान ने कहा कि उन्हें यह मानने में कोई संकोच नहीं कि सरकार के पास पैसा नहीं है और इस कारण ही बाजार से कर्ज लेना पड़ रहा है।
