भोपाल। फर्जी नियुक्तियां वाले मामले में पूर्व मुख्यमंत्री ने भारी शोशराबे के बीच अपने बयान दर्ज कराए। वो पूरे 5 घंटे तक पुलिस रूम में बंद रहे। उनके साथ उनके वकील भी थे। पुलिस ने उनसे करीब 250 सवाल पूछे। कई प्रतिप्रश्न भी किए गए। 4 बजकर 5 मिनिट पर वो बाहर निकलकर आए।
सुबह ठीक 10 बजकर 50 मिनिट पर सिंह जांच अधिकारी सीएसपी सलीम खान के पुलिस कंट्रोल स्थित ऑफिस में पहुंच गए थे। तमाम सवालों के जवाब देने के बाद वे ठीक चार बजकर पांच मिनिट पर जांच अधिकारी के ऑफिस से बाहर आए। वहां उनके साथ सुपुत्र व विधायक जयवर्द्धन सिंह सहित विधायक कमलेश्वर पटेल, जीतू पटवारी और कई अन्य नेता भी मौेजूद थे।
सिंह के बयान दर्ज के दौरान जांच अधिकारी के ऑफिस से बाहर निकलने तक कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का हुजूम पुलिस कंट्रोल के बाहर लगा रहा। पूरे समय दिग्विजय सिंह जिंदाबाद के नारे लगते रहे। उनके सुपुत्र जयवर्द्धन सिंह पूरे समय वहीं मौजूद रहे। पौने चार बजे यह संकेत आने पर कि बयान दर्ज हो चुके हैं तो सिंह की गाड़ी वहां लगाई गई तो नारे और तेज हो गए।
