भोपाल। लंबित शिक्षकीय समस्याओ के निराकरण हेतु मप्र शिक्षक संघ के प्रांतीय पदाधिकारियों के साथ लोकशिक्षण संचनालय के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक 2 नवम्बर 2015 को आयोजित की जा रही है। उल्लेखनीय है कि 22 सितम्बर को शिक्षा मंत्री और विभागीय अधिकारियो के साथ संगठन के पदाधिकारियों की बैठक सम्पन हुई थी, जिसमे 7 जुलाई को सौपे गए मांगपत्र में दिए गये 17 विन्दुओं को आधार बनाकर चर्चा हुई थी। जिनमें से प्रथम चरण में 6 महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बनी थी:
- अध्यापक संवर्ग का शिक्षा विभाग में संविलियन
- राज्यशिक्षा सेवा के प्रावधानों में आयी विसंगतियों को दूरकर लागू करने योग्य बनाने
- 21 हजार से अधिक सहायक शिक्षको की पदोन्नति हेतु अतिरिक्त पद सृजित करने
- तृतीय समयमान वेतनमान लागू करने
- अतिथि शिक्षको के मानदेय में वृद्धि
- शिक्षकों के गैरशिक्षकीय कार्यो पर पूर्णतया रोक लगाने आदि पर सहमति बनी थी
शेष 11 मुद्दों पर आगे चर्चा हेतु 2 nov की बैठक में आधार पत्र पेश किया जायेगा। उल्लेखनीय है सहमति वाले मुद्दों के क्रियान्वन हेतु संचालक लोकशिक्षण म.प्र. भोपाल की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया था। जिसमे मप्र शिक्षक संघ के 3 पदाधिकारियों प्रांताध्यक्ष प्रदीपकुमार सिंह, प्रान्तीय महामंत्री हिम्मतसिंह और अध्यापक प्रकोष्ठ के प्रान्तीय सयोजक ब्रजेन्दसिंह्र भदौरिया के अलावा वित्त विभाग और लोकशिक्षण शिक्षण संचनालय के अन्य अधिकारियो को भी शामिल किया गया है।
कमेटी की 2 नवम्बर को होने वाली ये रूटीन बैठक होगी। जिन 6 विन्दुओं पर सहमति बन चुकी है उनका समाधान होना लगभग तय है। हालाँकि इसके लिए कमेटी की कई दौर की बैठके होगी जो अनार्थिक मुद्दे हैं। उनमे शीघ्र समाधान होने की संभावना है किन्तु आर्थिक मसलो पर वर्त्तमान प्रदेश की वित्तीय स्थिति के मद्देनजर नवीन वित्तीय वर्ष का इन्तजार करना पड़ सकता है। शेष विन्दुओं पर संगठन आधार पत्र प्रस्तुत करेगा।
संजय तिवारी
सयोजक
म.प्र.शिक्षक संघ तहसील बीना जि.सागर