भोपाल। जिला, जनपद और ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि एक नवंबर को मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस को धिक्कार दिवस के रूप में मनाएंगे। साथ ही उनका अपने अधिकारों की मांगों को लेकर चल रहा आंदोलन लगातार चलेगा।
यह जानकारी पंचायत प्रतिनिधियों के नेता और भाजपा से निष्कासित रीवा जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा तथा रतलाम जिला पंचायत उपाध्यक्ष डीपी धाकड़ ने पत्रकार वार्ता में दी। धाकड़ ने कहा कि बुधवार को उनके घेरा डालो, डेरा डालों आंदोलन के दौरान जो भी हुआ उससे हम लोग टूट गए हैं। पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव ने हमें आंदोलन के लिए प्रेरित किया था। जब भी उनसे मुलाकात की तो उन्होंने अंतर विभागीय मामला होने की बात कही और उनकी मांगों पर केवल मुख्यमंत्री ही फैसला कर पाएंगे कहते रहे।
वहीं अभय मिश्रा ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि अब दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और मध्यप्रदेश की स्थिति बताएंगे। यहां के भ्रष्टाचार के बारे में बताएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीजेपी प्रायवेट लिमिटेड कंपनी बन गई है और किसी को मोदी का व्यक्ति तो किसी को शिवराज का व्यक्ति के रूप में पहचाना जने लगा है।
उन्हें तो पार्टी से निष्कासित कर दिया है लेकिन हजारों पंचायत प्रतिनिधि बीजेपी की विचारधारा वाले हैं जो उनके आंदोलन के साथ हैं, उन्हें कैसे निकालेंगे। पंचायत प्रतिनिधियों के नेताओं ने कहा कि पंचायत विभाग के अधिकारी नहीं चाहते कि पंचायती व्यवस्था में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को उनके अधिकार मिलें।