सुधीर ताम्रकार/ बालाघाट। जिले में स्वाईन फ्लू का प्रकोप तेजी से फैलता जा रहा है। स्वाईन फ्लू से पीडित लालबर्रा तहसील के बोरी गांव निवासी भूरनलाल पिता चुन्नीलाल नागेश्वर को गोदिया के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान जांच किये जाने पर उस पर स्वाईन प्लू के एच1एन1 वायरस के लक्षण पाये जाने पर जिसमें उसके स्वाईन फ्लू से पीडित होने की पुष्टि हुई थी।
इलाज के दौरान कल शनिवार को उसकी मृत्यु हो गई इसके पूर्व ही गोदिया अस्पताल में मोती नगर बालाघाट निवासी एक व्यक्ति की स्वाईन फ्लू से पीडित होने के बाद उसकी भी मृत्यु हो गई। स्वाईन फ्लू से बोरी निवासी मरीज की मृत्यु होने के बाद स्वास्थ्य विभाग का अमला उसके परिवारजनों एवं उस क्षेत्र के आस पास के लोगों में स्वाईन फ्लू क प्रकोप होने की जांच के लिये वहां जाकर सेंपल लेकर जांच के लिये जबलपुर भेजे जायेगें।
यह उल्लेखनीय है कि बालाघाट जिले में सर्दी खांसी और बुखार से पीडित होने पर स्वाईन फ्लू एच1एन1 के लक्षण पाये जाने की संभावना के चलते स्वास्थ्य विभाग द्वारा 14 मरीजों के सेंपल जबलपुर मेडिकल कालेज भेजे गये थे जिनमें से 5 मरीजों के सेंपल पाजीटिव पाये गये उन मरीजों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
बालाघाट जिले में बहुतायत से सुअर पालन का व्यवसाय किया जा रहा है इस वजह से भी इनकी बढती संख्या से गंदगी फैल रही है जिस कारण इस महामारी के सक्रमण का खतरा बढ गया हैं।
बालाघाट जिले में स्वाईन फ्लू से निपटने के लिये आवश्यक जांच एवं इलाज के प्रबंध ना होने के कारण गोंदिया और नागपुर के अस्पतालों में इलाज के लिये पहुच रहे है जहां उनमें स्वाईन फ्लू से लक्षण पाये जाने की पुष्टि हो रही है।