स्वाइन फ्लू से मौतों के मामले में मप्र नंबर 1

भोपाल। मप्र को हर मामले में नंबर 1 बनाने के लिए जुटे मुख्यमंत्री महोदय के लिए शायद यह शर्मनाक अवसर होगा परंतु कड़वा सच है कि स्वाइन फ्लू से मौतों के मामले में मप्र सबसे टॉप पर है जबकि अन्य राज्यों में स्वाइन फ्लू से पीड़ितों की संख्या ज्यादा होने के बावजूद मौतों की संख्या कम है।

इस वर्ष जुलाई से अब तक स्वाइन फ्लू से संक्रमित 27 फीसदी मरीजों की मौत हो गई।
जबकि दूसरे राज्यों में मौतों का  प्रतिशत 10 से ज्यादा नहीं है।

यह खुलासा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलेंस प्रोग्राम (आईडीएसपी) विंग द्वारा सभी राज्यों की स्वाइन फ्लू संक्रमण रिपोर्ट में हुआ है।

रिपोर्ट के मुताबिक स्वाइन फ्लू के सबसे ज्यादा मरीज महाराष्ट्र में हैं।
वहां अब तक 2,376 लोग बीमारी की चपेट में आ चुके हैं,
लेकिन इलाज जल्दी शुरू होने से 95 फीसदी मरीजों को बचा लिया गया।

मप्र में स्वाइन फ्लू की दस्तक के पहले गुजरात और महाराष्ट्र में 50 से ज्यादा संक्रमित मरीज मिल चुके थे, पर इलाज के माकूल इंतजाम होने के कारण उन्हें भी बचा लिया गया। मध्य प्रदेश में स्वाइन फ्लू मरीजों की मौत की बड़ी वजह इलाज में देरी और जांच में कोताही बरतना भी सामने आया है।

डेथ रेट भी सबसे ज्यादा

राज्य पॉजीटिव मौत डेथ रेट
मप्र 98> 26> 27%
गुजरात 309> 36> 9%
गोवा 87> 07> 6% 
महाराष्ट्र 2,376> 127> 5%
कर्नाटका 219> 00> 0%
केरल 222> 00> 0%

आंकड़े एक जुलाई 2015 से 7 अक्टूबर तक के हैं

इस साल सिर्फ 21 जिलों में स्वाइन फ्लू
पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट है। हर जिले में स्वाइन फ्लू की अलग से ओपीडी चल रही है, लेकिन संदिग्ध मरीजों के सैंपल आधे जिले भी नहीं भेज रहे हैं। यही वजह है कि इस साल सिर्फ 21 जिलों के ही नमूने पॉजीटिव आए हैं।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!