2013 सितम्बर में माननीय मुख्यमंत्री समान वेतन की दो किस्तों पर तैयार थे परन्तु मुरलीधर पाटीदार और मान मुख्यमंत्री के बीच सौदे के कारण अध्यापक की चार किस्त हो गई अब 1 जनवरी 2016 से 7वां वेतन मान मिलना है यदि अध्यापको का शिक्षा विभाग में सिविलियन नही होता है और 6वां वेतनमान की विसंगती इन 90 दिन में दूर नही की जाती है तो अध्यापकों का भूत-भविष्य-वर्तमान सब अंधकार मय हो जायेगा।
अध्यापको को सातवें वेतन मान में भी विसंगती ही मिलेगी, मैं उन सभी शिक्षक संघ से निवेदन कर रहा हूं कि 18 साल पहले जब शिक्षा कर्मी कल्चर शुरू हुआ था तब आप के मौन रहने से शिक्षक-व्याखयाता केडर पूरी तरह सरकार ने खत्म कर दिया। आप हमेशा बैठकों में यह कहते है कि यदि हम सभी शिक्षक संघ 18 साल पहले आवाज़ उठा देते तो शिक्षा कर्मी-संविदा कल्चर-अधयापक का जन्म नही होता। अध्यापक संयुक्त मोर्चा आप सभी मान्यता प्राप्त संंघो से तथा शिक्षक संघ, कांगे्रस शिक्षक संघ से यह अपील करता हूं कि आप सभी जिला-ब्लाक इकाई से हमारी मांग शिक्षा विभाग में सिविलियन के साथ समान कार्य समान वेतन एक साथ दिया जाये! आपके सहयोग की आवश्यकता है !
असीम शर्मा
प्रदेश प्रवक्ता
अधयापक संयुक्त मोर्चा
म.प्रा.मो.९६६९९६६०१०