इंदौर। शासन द्वारा गाइड लाइन बदले जाने के कारण मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (पीएससी) के जरिए होने वाली असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्तियां संकट में पड़ गई है। शासन के आदेश का हवाला देते हुए पीएससी ने भी 45 हजार आवेदकों को झटका दे दिया है।
दरअसल पीएससी द्वारा कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती की प्रक्रिया के लिए जारी किए गए विज्ञापन की भी मियाद खत्म हो गई है। वैसे सितंबर में सालभर पूरा होगा लेकिन मियाद खत्म होने के दो माह पहले परीक्षा का शेड्यूल जारी करना अनिवार्य होता है, जो पीएससी प्रबंधन ने अब तक नहीं किया। ऐसे में पुराना विज्ञापन अपने आप खारिज हो जाएगा। वजह बताई जा रही है कि शासन ने नए नियम लागू कर दिए हैं।
इसमें उन्हीं आवेदकों को मौका मिल पाएगा, जिन्होंने यूजीसी गाइड लाइन 2009 (पीएचडी कोर्स वर्क अनिवार्य) के तहत पीएचडी पूरी की हो। शासन की तरफ से अभी तक पीएससी प्रबंधन को नई गाइड लाइन का औपचारिक आदेश नहीं भेजा गया है। इसी वजह से प्रबंधन परीक्षा का शेड्यूल जारी नहीं कर पाया। हालांकि अब यह तय हो गया है कि प्रबंधन को नया विज्ञापन जारी करना होगा। इस साल किसी भी स्थिति में नई नियुक्तियों की प्रक्रिया नहीं हो पाएगी।
