नई दिल्ली। सरकार द्वारा पोर्न साइट्स पर बैन लगाने की कोशिशों के बाद देश भर के पतियों ने सास-बहू टाइप सीरियलों पर भी बैन लगाने की मांग की है। पतियों का कहना है कि कभी भी खत्म नहीं होने वाले इन सीरियलों का समाज पर ज्यादा दुष्प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने हंगामा करने वाले सांसदों से राष्ट्रहित में संसद में यह मुद्दा उठाने का आग्रह किया है।
अखिल भारतीय पत्नीव्रता संघ के एक पदाधिकारी जोरू के. गुलाम (पहचान छुपाने के लिए उनके आग्रह पर नाम बदल दिया गया है) ने यहां शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा- “सास-बहू सीरियलों के कारण पतियों की आजादी का भयंकर अतिक्रमण हो रहा है। न वे इस तरह के सीरियल देखने की मन:स्थिति में होते हैं और न ही कोई दूसरा ही चैनल देख सकते हैं। इससे वे भारी अवसाद में पहुंच रहे हैं।” उन्होंने कुछ खुफिया रिपोर्ट्स का हवाला देकर कहा कि अगर सरकार ने जल्दी ही कोई कदम नहीं उठाया तो 90 फीसदी घरों में अशांति फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने आश्चर्य जताया कि हमारे सांसद इतने महत्वपूर्ण मुद्दे के स्थान पर ललित मोदी, भूमि अधिग्रहण जैसे टुच्चे मुद्दों पर संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रहे। विपक्ष को तो इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाना चाहिए।
इस पर कुछ सांसदों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि उन्हें संसद में तो कुछ ही मिनट रहना होता है। लेकिन घर में तो उन्हें जिंदगी बितानी है। इसलिए वे इस मुद्दे को सदन में नहीं उठा सकते। उन्होंने स्वीकार किया कि घरों में सास-बहू जैसे सीरियल्स तो उन्हें भी देखने पड़ते हैं। उनका यही फ्रस्टेशन बाद में संसद में निकलता है।
नोट: यह खबर मूलत: एक व्यंग्य है, इस तरह का कोई घटनाक्रम नहीं घटा है।
