भोपाल। जिस लालबत्ती के लिए भाजपा के कई नेता भोपाल में डेरा जमाए बैठे थे। लाखों खर्च किए दे रहे थे। वहीं एक कार्यकर्ता ऐसा भी था जिसे इसका कोई फर्क ही नहीं पड़ा। एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने फोन पर बधाई दी तो सहज ही स्वीकार ली। दूसरे दिन घोषणा हुई तब रोज की तरह कॉलेज में बच्चों को पढ़ा रहे थे। डॉ. विनोद मिश्रा को जेडीए JDA का चेयरमैन बनाया गया है।
डॉ विनोद मिश्रा कॉलेज में पढ़ाते हैं और भाजपा के नगर अध्यक्ष भी हैं। अब नए जेडीए अध्यक्ष भी बना दिए गए हैं। डॉ. मिश्रा का कहना है कि मैं मेरा मूल पेशा नहीं छोड़ूंगा एवं अध्यक्ष पद हेतु मिलने वाला मानदेय स्वीकार नहीं करूंगा।
डॉ. मिश्रा जीएस कॉमर्स कॉलेज में वे कॉमर्स के प्राध्यापक हैं। सुबह 10 बजे से 2.45 बजे तक उनकी क्लास होती है। नियुक्ति की खबर पहले से होने के बाद भी उनका पहनावा आम दिनों की तरह पैंट-शर्ट का रहा।
दिग्गजों ने बनाई दूरी
शहर में भाजपा के दिग्गज नेताओं की लॉबी उनके खिलाफ खड़ी है। हर कोई अपने करीबी को कुर्सी पर बैठाने में जुटा था। ऐसे में डॉ.विनोद मिश्रा का नाम फाइनल होने के बाद उनके घर सबसे पहले युवा मोर्चा के और विवेकानंद मंडल के कार्यकर्ता ही बधाई देने पहुंचे। फूल-माला पहनाई, मिठाइयों से मुंह मीठा कराया। फोन पर भी लगातार उन्हें शुभकामनाएं मिलती रहीं। बधाइयों के बीच दिग्गज नेताओं की दूरियां कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का विषय रहीं।
औपचारिकता भी नहीं निभाई
कार्यकर्ता उस वक्त और हैरान रह गए जब वार्ड में ही सांसद राकेश सिंह, राज्यमंत्री शरद जैन और महापौर डॉ.स्वाति गोडबोले पहुंचे और बिना मिले वापस लौट गए। ये सभी गायत्री मंदिर के करीब स्वीकृत अस्पताल के भूमिपूजन के लिए पहुंचे थे। करीब घंटेभर कार्यक्रम में रुके रहे, लेकिन कोई भी नए अध्यक्ष को बधाई देने उनके घर नहीं गया। कार्यकर्ताओं को जब यह पता चला तो वे ये जानकर स्तब्ध रह गए।