जबलपुर। मीडिया में सुर्खियां मिलने के बाद निर्भया स्कवॉड बजाए अपनी ड्यूटी बजाने के मीडिया की हेडलाइंस पर फोकस कर रही है। हर रोज एक सिंघम टाइप कार्रवाई करने की फिराक में घूमती रहती है। होटल में रुके भाई बहन को जाकर दबोच लिया। उनकी एक नहीं सुनी। यहां तक कह डाला कि दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा गया है। करीब एक घंटे बाद जब पूरी पड़ताल हुई तो निर्भया स्कवॉड दोनों को होटल के बाहर चुपचाप छोड़कर भाग निकली।
सूत्रों के अनुसार सोमवार की दोपहर करीब 3 बजे निर्भया स्कवॉड की टीम बस स्टैण्ड स्थित सागर होटल पहुंची और धड़धड़ाते हुए पहली मंजिल के एक कमरे में ठहरे युवक-युवती को पकड़कर नीचे ले आए। इस कार्रवाई से पहले ही मीडिया को सूचना दे दी गई जिससे होटल के बाहर कैमरामैनों की भीड़ जमा हो गई।
होटल से बाहर निकलते वक्त युवक-युवती खुद को चचेरे भाई-बहन बता रहे थे, लेकिन निर्भया टीम उन्हें डांटते हुए चुपचाप जीप में बैठने की हिदायत देती रही। कुछ मीडिया कर्मियों ने युवक-युवती का पक्ष लेने का प्रयास किया लेकिन स्कवॉड प्रभारी एएसआई शबनम खान ने उन्हें ये कहते हुए रोक दिया कि जो कुछ पूछना है थाने में बताया जाएगा।
मीडिया ने खोली पोल
पुलिस सूत्र बताते हैं कि निर्भया स्कवॉड के गोलमोल जवाब के बाद मीडियाकर्मियों ने वरिष्ठ अधिकारियों से इस संबंध में सवाल किए। जिसके बाद बस स्टैण्ड पुलिस चौकी के स्टाफ को अधिकारियों ने सागर होटल भेजा, जहां युवक-युवती की आईडी चेक करने के बाद उसमें दर्ज मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया गया तो पता चला कि वे लोग सही कह रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि दोनों कटनी के रहने वाले हैं और रिश्ते में चचेरे भाई-बहन हैं। परिवार वालों ने पुलिस को बताया कि युवती नगर निगम में शिक्षक भर्ती की जानकारी लेने के लिए अपने भाई के साथ शहर गई थी। होटल में फ्रेश होने से पहले उन्होंने घर पर फोन भी किया था।