भोपाल। राजधानी में इन दिनों पुलिस और प्रशासन के बीच तनाव की स्थिति बनती जा रही है। कलेक्टर ने जिला बदर के लिए भेजी गईं पुलिस की 150 से ज्यादा फाइलें लटका रखीं हैं। हालात यह है कि पुलिस विभाग के अधिकारियों को अब आदतन अपराधियों के सामने शर्मसार होना पड़ रहा है। पिछले 7 माह में पुलिस द्वारा भेजे गए 191 प्रस्तावों में से कलेक्टर ने सिर्फ 17 बदमाशों को ही जिला बदर किया गया है।
माना जा रहा है कि इसके पीछे पॉलिटिकल प्रेशर काम कर रहा है। कलेक्टर इस प्रेशर में आकर पुलिस की फाइलों को पेंडिंग कर रहे हैं। पुलिस ने पिछले कुछ महीनों में नकबजनी आैर लूट के मामलों में जिन बदमाशों को गिरफ्तार किया उनका पुराना आपराधिक रिकाॅर्ड है। जिला बदर के प्रस्ताव लंबे समय तक कलेक्टोरेट में अटके होने के कारण बदमाशों के हौसले बुलंद हैं। पुलिस अफसरों का कहना है कि केवल पुलिस के प्रयास से शहर में अपराधों पर अंकुश आैर शांति व्यवस्था नहीं बनाई जा सकती है। प्रशासन को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए।
जमीनी हालात यह हैं कि भोपाल के ये 150 बदमाश अब पुलिस के सामने घूरते हुए निकलते हैं जबकि उनके सामने पुलिस अधिकारियों को नजरें झुकानी पड़ती है।