भोपाल। मप्र के 40 टीआई और 200 पुलिस अधिकारी मिलकर अब तक निशांत का पता नहीं लगा पाए और किडनेपर्स ने दूसरी वारदात को अंजाम दे दिया। इस बार वारदात मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र बुदनी में हुई। किडनेपर ने 2 स्कूली छात्राओं को किडनेप किया और एक जीप में डालकर फरारी होने लगा कि तभी छात्राएं चीखने-चिल्लाने लगीं और ग्रामीणों ने किडनेपर को दबोच लिया। पता चला कि वो हरियाणा से आया है और सतनाम आश्रम (सिरसा) से ताल्लुक रखता है। हमारे सूत्रों का दावा है कि प्रदेश भर में इसी तरह के किडनेपर्स एक्टिव हैं जो अलग अलग शहरों में स्कूली बच्चों को किडनेप कर रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, गुरुवार सुबह करीब 10 बजे बुदनी कन्या स्कूल की दो छात्राएं अंजली और प्रिया स्कूल के लिए निकली थीं। वे गड़रिया नाले के पास रहती हैं। इसी बीच वहां से गामा वाहन गुजरा। दोनों छात्राएं स्कूल जाने के लिए वाहन में बैठ गईं। जब वाहन भोपाल की तरफ जाने लगा, तो छात्राओं ने शोर मचाना शुरू कर दिया।
लड़कियों का चीखना-चिल्लाना बाजार में मौजूद लोगों ने सुना। लोगों ने अपने-अपने वाहन गामा के पीछे लगा दिए। कुछ लोगों ने बाइक से गामा का पीछा किया। लोगों की भीड़ देख गामा का ड्राइवर द्वारका सिंह निवासी फैजाबाद(यूपी) लड़कियों को रास्ते में उतारकर भागने लगा। लेकिन लोगों ने उसे पकड़कर ही दम लिया।
सतनाम आश्रम, सिरसा का है वाहन
वाहन सतनाम आश्रम, सिरसा(हरियाणा) आश्रम का बताया गया है। थाना प्रभारी आरएन शर्मा ने बताया कि आरोपी ड्राइवर के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है। वाहन चालक तीन दिन पहले ही यहां आया था। ड्राइवर का संबंध भी आश्रम से बताया जा रहा है। हालांकि आश्रम ने अपहरण की घटना से इनकार किया है। ड्राइवर का कहना है कि, वह रास्ता भूल गया था।
