भोपाल। बैंकलोन के तकादों से परेशान एक पिता फांसी पर झूल गया। उसने अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए लोन लिया था लेकिन वो समय पर चुका नहीं पाया। बैंक का प्रेशर इतना था कि पीड़ित को संघर्ष के बजाए मौत ज्यादा आसान लगी।
59 वर्षीय कोमल प्रसाद साहू आनंद नगर में पान की गुमठी चलाते थे। टीआई मनीष मिश्रा के मुताबिक शनिवार सुबह छह बजे उनकी लाश किचन में फंदे पर लटकी मिली। मौके पर पहुंची पिपलानी पुलिस को शव के पास दो पेज का एक सुसाइड नोट भी मिला। इसे बैंक से आए लेटर पर लिखा गया था। कोमल ने लिखा है कि मैंने अपने दोनों बच्चों योगेश व रिंकी को बैंक से लोन लेकर पढ़ाया-लिखाया है। मैं अपने बेटे को पढ़ाई के लिए मलेशिया भेजना चाहता था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। मैंने 4-5 लोगों से काफी पैसा उधार ले रखा था। सर आप मेरे बच्चों को परेशान मत करना। उनके नाम नहीं लिख रहा हूं। पुलिस का मानना है कि कोमल ने कर्ज न चुका पाने से परेशान होकर यह कदम उठाया होगा। उन पर बैंक का भी कुछ कर्ज बकाया है।