उज्जैन। भक्ति के नाम पर भाजपा की शक्तिप्रदर्शन का दौर मंदिर परिसर में लगातार चलता रहा। श्रावण के चौथे सोमवार को भी भाजपा के एक विधायक ने महाकाल की भस्मारती को खंडित कर दिया। मंदिर के पुजारी और प्रबंधक खुद को लाचार बताते रहे।
सोमवार को अलसुबह 2.30 बजे हुई भस्मारती में भी भारी अव्यवस्था रही। मंदिर के पंडे-पुजारियों एवं ड्यूटीरत कर्मचारियों के मुताबिक भाजपा विधायक राजेंद्र वर्मा ने 400 समर्थकों व कावड़ यात्रियों के साथ गर्भगृह में जल चढ़ाया। भस्मारती में जल चढ़ाने के लिए 40 मिनट निर्धारित है लेकिन एक घंटे तक लोग जल चढ़ाते रहे। इस प्रकार एक बार फिर महाकाल की भस्मारती को खंडित कर दिया गया।
पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी समर्थकों के साथ भस्मारती में शामिल थे। क्षमता से अधिक भीड़ व अव्यवस्था के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूर्व से अनुमति होने के बावजूद भस्मारती में प्रवेश नहीं कर पाए। कुछ लोगों काे जब तक प्रवेश मिला, आधी से ज्यादा आरती खत्म हो चुकी थी।