भोपाल। अपहरण के नौ दिन बाद निशांत झोपे भले ही घर लौट आया है, लेकिन परिवार का खौफ खत्म नहीं हुआ है। बदमाश उन्हें अब भी फोन कर फिरौती की मांग कर रहे हैं। जब तक किडनेपर्स गिरफ्तार नहीं हो जाते, खतरे को टला हुआ नहीं कहा जा सकता।
पहला फोन उस वक्त आया जब रविवार को निशांत को लेने उसके पिता रायसेन पुलिस कंट्रोल में पहुंचे थे। दूसरा फोन उसी रात करीब नौ बजे घर पर आया। दोनों बार उन्हें धमकी दी गई कि अगर 50 लाख रुपए नहीं दिए तो अंजाम बुरा होगा। एएसपी रियाज इकबाल के मुताबिक दोनों ही कॉल्स के दौरान बदमाशों की लोकेशन शक्ति नगर या इसके आस-पास मिली है। पुलिस मान रही है बदमाश जांच को दिशा से भटकाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
सबकी जुबान पर पांच सवाल,
1. ऐसा क्या हुआ कि निशांत को छोड़ दिया।
2. क्या फिरौती की रकम चुकाई गई?
3. जो नाम सामने आए उनका क्या ?
4. गढ़ी के जंगल में किस रास्ते से आए?
5. बदमाशों ने 50 लाख ही क्यों मांगे
बदमाशों ने 50 लाख रुपए मांगे थे। पिता दीपक से करीब 25 बार फोन पर पैसों के लिए बात हुई थी। वे हर बार 50 लाख रुपए की रकम हासिल करने पर ही अड़े थे। न ज्यादा, न कम।
पुलिस अफसरों के लिए यह आंकड़ा जरूर हैरान कर रहा है, क्योंकि अपहरण के मामलों में फिरौती की रकम पर आमतौर पर ऐसा नहीं होता। अगर बातचीत चल रही है तो आरोपी कई बार इससे थोड़ा कम पर भी मान जाते हैं। पुलिस की जांच का दायरा उनके दफ्तर और रिश्तेदारी तक भी पहुंच सकता है।