इटारसी। भोपाल के देलावाड़ी इलाके में अचानक आई बाढ़ में बह गए बाऊ के बारे में लोगों को पूरा यकीन था कि उसकी मौत हो गई होगी। जिस तरह से वो फिसलकर बह गया था, किसी को उम्मीद नहीं थी। पानी उतरने के बाद लोग उसकी लाश को तलाशने निकले लेकिन वो एक टापू पर जिंदा मिल गया।
शहर के बजरंगपुरा क्षेत्र में रहने वाला अनिल कैथवास उर्फ बाऊ अपने पांच दोस्तों के साथ नेशनल हाईवे 69 पर स्थित पर्यटन स्थल सतकुंड़ा पिकनिक मनाने गया था। रविवार शाम को अचानक नाले में बाढ़ आ जाने से वह और उसके पांच साथी विजय तिवारी, अजय तिवारी, अजय दुबे, सुनील भदौरिया और सलमान भदौरिया घिर गए। सभी ने नाले के मध्य स्थित पेड़ों को पकड़कर अपने को बचाने की कोशिश की। बाकी तो सफल हो गए लेकिन बाऊ बह गया। रेस्क्यू टीम ने बाकी को बचाकर निकाल लिया लेकिन बाऊ नहीं मिला।
बाऊ बहते हुए झाड़ियों और जड़ों काे पकड़ने की कोशिश कर रहा था लेकिन तेज बहाव में यह कोशिश नाकाम रही। बहते हुए भी बाऊ ने हाथ-पैर चलाना और सहारा ढूंढने के प्रयास बंद नहीं किए। करीब चार किमी दूर जाकर उसे एक पेड़ नजर आया, वह पेड़ को पकड़कर पानी के बहाव में सुरक्षित खड़ा हो गया। पेड़ से ही कुछ दूरी पर उसे एक टापू नजर आया। जैसे-तैसे टापू पर पहुंचा और एक पत्थर के सहारे खड़ा हो गया। इधर खोजबीन कर रहे गज्जू तिवार व साथियों को बाऊ रात ढाई बजे दिखा। जिसके बाद रेस्क्यू कर उसे सुबह 5 बजे सुरक्षित निकाल लिया।
उम्मीद थी पानी उतर जाएगा
जब मैं पानी से लड़ रहा था तब शरीर थकान से टूटने लगा था और कभी पेड़ को पकड़ता तो कभी झाड़ियों को पकड़ता। इसी तरह मैं बहाव में बहने से बचने की कोशिश कर रहा था। यह उम्मीद थी कि दिन निकलेगा तो पानी भी उतर जाएगा। लगातार हाथ-पैर चलाते रहने से मैं डूब नहीं पाया। (जैसा अनिल कैथवास ने बताया)