भोपाल। मप्र में बिजली कंपनियों को सरकार ने ठगी और लूट की खुली छूट दे दी है। अपने ही कर्मचारियों से ठगी और उपभोक्ताओं से लूट का खुला खेल चल रहा है। साफ दिखाई दे रहा है परंतु सरकार चुप है। अब बिजली कंपनी ने 40 वर्ष से ज्यादा आयुवर्ग की महिला कर्मचारियों को ओवरएज बताकर नौकरी से निकाल दिया। इससे पहले 30 से ज्यादा उम्र वाले लाइनमैनों को ओवरएज बताकर हटा दिया गया था।
मामला मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी का है। नौकरी से बाहर हुई ज्यादातर महिलाएं कंप्यूटर ऑपरेटर हैं और कंपनी में दस साल से काम कर रही हैं। बिजली कंपनी के अफसर इसके लिए आउटसोर्स कंपनी एस्कॉम पर जिम्मा डाल रहे हैं। वहीं, एस्कॉम अफसरों का तर्क है कि यह बिजली कंपनी की ही गाइडलाइन है। ये महिलाएं ऊर्जा मंत्री राजेंद्र शुक्ल, गृहमंत्री बाबूलाल गौर को भी व्यथा बता चुकी हैं, फिर भी सुनवाई नहीं हुई।
कंप्यूटर ऑपरेटर रहीं नीरजा तिवारी कहती हैं कि 31 जुलाई को कंपनी की एचआर रिजु थॉमस ने उनसे कहा कि कल से ऑफिस मत आना, तुम्हारी उम्र 40 पार हो गई है। कंपनी की गाइडलाइन है कि 40 साल से ज्यादा वालों को नहीं रखेंगे। शुभांगी देशमुख कहती हैं कि भले ही वे संविदा पर थीं, लेकिन उम्र 40 साल का आधार बताकर नौकरी से हटाना महिलाओं को आहत करने वाला फैसला है। वहीं, कंपनी ने 30 से ज्यादा उम्र के 45 लाइनमेनों को भी बाहर कर दिया। इनका कहना है कि ऐसे अचानक नौकरी से निकाल दिए जाएंगे, कभी सोचा नहीं था।
जिन महिलाओं को हटाया गया है, वो 44-45 साल की हैं। बिजली कंपनी की ही गाइडलाइन है कि 40 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को नहीं रखा जाएगा। हमने उन महिलाओं से कहा भी था कि वे इस विषय में कंपनी के एमडी से आग्रह करें।
सूरज बिसारिया
सीनियर मैनेजर, एस्कॉम इंडिया प्रायवेट लिमिटेड