उमरिया। शिक्षक संवर्ग में संविलियन की एकसूत्रीय मांग को लेकर शहडोल संभाग के अध्यापकों की संभागीय बैठक रविवार को शहीद स्टेडियम उमरिया में सम्पन हुई जिसमें उमरिया जिले के अध्यापकों के साथ-साथ शहडोल व अनूपपुर के अध्यापक भी भारी संख्या में उपस्थित हुए।
तमाम संघभेद भुलाकर बैठक में आए अध्यापकों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए अपनी मांगों को हर हाल में पूरा कराने का संकल्प लिया।अध्यापकों ने मध्यप्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के मुखिया ने महाकाल की नगरी उज्जैन से हमें समान कार्य समान वेतन देने की घोषणा की थी जिसे उन्होंने अब तक पूरा नहीं किया है।
चार वार्षिक किष्तों में समान कार्य समान वेतन देने की सरकार की योजना को धोखा करार देते हुए कहा कि एक तो सरकार ने हमें एकमुष्त छठावेतन नहीं दिया , उसे चार टुकड़ों में देने के आदेष जारी किए तो वहीं अंतरिम राहत के निर्धारण में चीटिंग भी की।जहंा सहायक अध्यापकों को प्रति किष्त 1800 रुपए अंतरिम राहत दिया जाना था वहां सभी नियमों को दरकिनार कर सरकार ने मनगढ़त रूप से अंतरिम राहत का निर्धारण किया और मात्र 700 रुपए दिए। इसलिए अब अध्यापकों ने यह संकल्प लिया है कि हम टुकड़ों में समान कार्य समान वेतन नहीं लेंगे , हमें एकमुष्त छठावेतन और षिक्षक संवर्ग में संविलियन चाहिए।
सभा को संबोधित करते हुए प्रांताध्यक्ष भरत पटेल ने कहा कि सरकार यदि सच्चे मन से अध्यापकोें की समस्याओं को दूर करना चाहे तो यह उसके लिए कठिन नहीं है।सरकार अंतरिम राहत की दो किष्त दे चुकी है। आगामी सितम्बर माह से तीसरा किष्त दिया जाना है।हमारी सरकार से मांग है कि सरकार तीसरे किष्त के साथ ही चैथा किष्त देकर छठे वेतनमान में समायोजन करे और षिक्षक संवर्ग में संविलियन करे। ताकि 1 जनवरी 2016 की स्थिति में शासकीय कर्मचारियों को दिए जाने वाले सातवे वेतनमान का लाभ अध्यापक संवर्ग को मिल सके और महाकाल की नगरी उज्जैन में प्रदेष के मुखिया माननीय श्री षिवराज सिंह चैहान द्वारा किया गया वादा पूरा हो सके।
प्रांताध्यक्ष ने संभाग में आजाद रथ के कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराते हुए कहा कि हम अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिए पूरे प्रदेष में आजाद रथ चला रहे हैं जिसका पूरे प्रदेष के अध्यापकों का समर्थन मिल रहा है।इसी क्रम में 25 अगस्त को सिंगरौली जिले से आजाद रथ का षुभारम्भ होकर सीधी जिला का भ्रमण करते हुए 27 अगस्त को यह षहडोल संभाग में प्रवेष करेगा। 27अगस्त को शहडोल,28एवं 29 अगस्त को उमरिया में भ्रमण के बाद आजाद रथ 30 अगस्त को अनूपपुर जिले में प्रवेष करेगा।31 अगस्त को आजाद रथ के साथ-साथ पूरे प्रदेष से भारी संख्या में अध्यापक अमरकंटक पहुंचेंगे जहां मां नर्मदा की पूजा-अर्चना कर मांगों के पूरा होने तक आन्दोलन में डटे रहने का संकल्प लेंगे व आजाद रथ को आगे रवाना करेंगे।
प्रांताध्यक्ष ने कहा कि यदि 5 सितम्बर तक सरकार कोई निर्णय नहीं लेती है तो 10,11 एवं 12 सितम्बर को स्कूलों में तालाबंदी कर 13 सितम्बर को पूरे प्रदेष से अध्यापक भारी संख्या में भोपाल में प्रदर्षन के लिए इकट्ठे होंगे। षिक्षक कंाग्रेस के सर्वश्री नवनीत चतुर्वेदी व निर्मल अग्रवाल ने भी बैठक में उपस्थित होकर अपना समर्थन व्यक्त किया।बैठक में कई प्रांतीय पदाधिकारियों के साथ-साथ कटनी जिला के जिलाध्यक्ष रमाषंकर तिवारी ने भी बैठक को संबोधित कर अध्यापकों में ऊर्जा भरने का काम किया।इस बैठक में सर्वश्री रमेश सोनकर, संतोष षर्मा, राजेन्द्र शुक्ल, विजय तिवारी, पवन चतुर्वेदी,प्रषांत नामदेव,अरुणेन्द्र प्रताप सिंह ,के पी सिंह,कुंवर बहादुर सिंह, आर के षुक्ला, डाॅ. एके सिंह, डाॅ. विनायक,आरबी प्रजापति,अषोक गौतम,श्रीमती आषा सिंह, श्रीमती माया सिंह सेंगर,श्रीमती माया पाटले, श्रीमती कंचन परिहार, श्रीमती आषा पयासी, श्रीमती पुष्पारानी सिंह, श्रीमती वंदना सोनी,ए पी कुषवाहा, सोहन सिंह, सुदर्षन पटेल, महेन्द्र पटेल,संतोष त्रिपाठी,भीमसिंह चतुर्वेदी,अरुण द्विेदी,सुभाष जायसवाल,मिथिलेष राय,सुरजीत पटेल, बुद्धसेन त्रिपाठी सहित सैकड़ों अध्यापक , संविदा शिक्षक , गुरूजी उपस्थित रहे।