भोपाल। मप्र में मंत्रियों एवं विधायकों के नाम पर शामिल मिलावट को हटा दिया जाएगा। जैसे मंत्री कुंवर विजय शाह अब केवल विजय शाह रह जाएंगे। उनका 'कुंवर' दस्तावेजों से हटा दिया जाएगा और उन्हें सिर्फ विजय शाह के नाम से ही पुकारा जाएगा।
स्पीकर सीतासरन शर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश विधानसभा में अब विधायक और मंत्री अपने मूल नाम से पहचाने जाएंगे। विधानसभा में सरकारी कामकाज की भाषा में विधायकों का उनके मूल नाम से ही उल्लेख होगा। विधानसभा सचिवालय ने विधायकों के नाम आगे और पीछे लगने वाले उपनामों और पिता, पति के नाम जोड़ने समेत घरेलू नाम के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।
इस व्यवस्था से कुल 4 विधायक प्रभावित होंगे
मंत्री कुंवर विजय शाह को अब सिर्फ विजय शाह पुकारा जाएगा।
मंत्री गौरीशंकर चतुर्भुज बिसेन सिर्फ गौरीशंकर बिसेन रह जाएंगे।
मंत्री अंतर सिंह रावजी आर्य के नाम 'रावजी' हटा दिया जाएगा।
राज्यमंत्री दीपक कैलाश जोशी भी सिर्फ दीपक जोशी कहलाएंगे।
विधायक सुरेंद्र सिंह हनी बघेल के नाम के नाम से हनी हटा दिया जाएगा।
विधायक नीना विक्रम वर्मा की जगह अब नीना वर्मा कहलाएगी।
इसके अलावा कई अन्य विधायक हैं जिनके नाम में शामिल उपनाम हटा दिए जाएंगे। वो अपने पिता या पति की पहचान के साथ विधानसभा की कार्रवाई में भाग नहीं ले पाएंगे।