मप्र के महानगर इंदौर में टीआई की प्रताड़ना से तंग आकर एक युवती ने जहर खा लिया। युवती का कहना है कि उसका भाई पुलिस रिकार्ड में वारंटी है। उसका घर से कोई संबंध नहीं है फिर भी पुलिस उसे पूछताछ के नाम पर उठा लाई। बाद में टीआई ने कहा कि मां और चाचा को जाने दो, युवती को यहीं रहने दो।
जानकारी के अनुसार पीड़िता रोमा कैथवास इंदौर के परदेशीपुरा थाना इलाके में रहती है। रोमा के पिता की असमय मृत्यु हो जाने से वह एक निजी कंपनी में काम करके अपनी मां और छोटी बहन की देखभाल करती है, लेकिन उसके छोटे भाई गोलू के संबंध इंदौर के डॉन लखन जाट से थे। इसके चलते पुलिस आए दिन उसे प्रतिाड़ित किया करती थी।
बता दें कि पार्षद राजेंद्र राठौर पर हमले के आरोपी लखन जाट को पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। लखन जाट के साथी गोलू की तलाश के लिए पुलिस आए दिन पीड़िता के घर पर छानबीन किया करती थी, जिसके चलते वह मानसिक तनाव में थी।
बीते शनिवार को रोमा और उसकी मां को पूछताछ के लिए परदेशीपुरा थाने में बिठाया गया था। वहीं, रविवार सुबह भी कुछ पुलिसवाले रोमा के घर आए और उसके भाई के बारे में पूछताछ करने लगे, जबकि उसका भाई घर छोड़ चुका है।
जिसके बाद पुलिस ने फ़ोन पर भी रोमा को धमकाया और कहा कि अपने भाई गोलू कैथवास को पुलिस के सामने पेश करवा देना, नहीं तो उसके हाथ पैर तोड़ देंगे। यह धमकी सुनकर रोमा घबरा गयी जिसके बाद उसने सुसाइड नोट लिखकर जहर खाकर आत्महत्या करने के लिए ज़हर खा लिया।
जैसे ही रोमा जहर खाकर ऑफिस पहुंची उसको उल्टिया होनी चालू हो गयी। ऑफिस वालों ने तुरंत रोमा को औरोबिन्दो अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उसकी हालत सीरियस बनी हुई है।
थाना प्रभारी पर आरोप
मां को रोमा के कपड़ों से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें थाना प्रभारी एसके दास के द्वारा दी गयी मानसिक तनाव की बात लिखी गयी है। रोमा ने अपने सुसाइड नोट में साफतौर पर लिखा है कि थाना प्रभारी एसके दस के ने उसकी मां रामेश्वरी के साथ किए गए दुर्व्यवहार के चलते उसको ठेस पहुंची है। इसलिए उसने यह क़दम उठाया। बहरहाल, रोमा की हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है।