मंडला। रेशम विभाग में मजदूरी घोटाला प्रकाश में आया है। अधिकारियों ने आदिवासियों को रोजगार के नाम पर एकत्रित किया। दो महीने तक कोषा पालन में काम कराया। बैंक खाते खुलवाए, विड्राल पर्ची पर अंगूठे लगवाए और सारे पैसे हड़प लिए। मजदूरों को मात्र 5-5 हजार रुपए थमाए गए। सबूत मिटाने के लिए बैंक खाते भी बंद करवा दिए।
जानकारी के अनुसार, मंडला के घुघरी इलाके के बरवानी गांव में रेशम विभाग के अधिकारियों ने प्रत्येक मजदूर को पांच-पांच हज़ार रूपये ही दिए हैं, जबकि उनसे बैंक पर्चियों में 21 हज़ार रुपए भरकर दस्तखत और अंगूठा लगवाया गया है।
मजदूर हितग्राहियों की मानें तो उन्होंने रेशम विभाग में कोषा पालन के लिए करीब दो महीने काम किया है, जिसमें उन्हें इन दो दर्ज़न मजदूरों में प्रत्येक को 20-20 हज़ार रुपए मिलने थे, लेकिन अधिकारीयों ने 5-5- हज़ार थमाकर बाकी पैसे खुद रख लिए हैं और इनके खाते भी बंद करा दिए हैं।
बैंक खाते बंद होने के कारण मजदूरों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस बात की शिकायत पीड़ित मजदूरों ने कलेक्टर से की है। वहीं, पोल खुलने के बाद विभाग के अधिकारी अब मामले की जांच कराने की बात कर रहे हैं।