भोपाल। बड़ी उम्मीदों के साथ इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। कॉलेज ने भी केंपस से ही नौकरी मिलने की गारंटी दी थी। बदले में मोटी फीस भी ली थी, परंतु अंत में ऐसा नहीं हुआ। इंजीनियरिंग पास कर लेने के बाद भी नौकरी नहीं मिली। हिम्मत जुटाकर पीजीडीसीए करने का मन बनाया लेकिन 00 सेमेस्टर में ही फेल हो गया। अंतत: निराश इंजीनियर ने फांसी लगा ली।
टीटी नगर पुलिस के मुताबिक जवाहर चौक निवासी रवि (26) पिता डालचंद बाथम इंजीनियरिंग करने के बाद पीजीडीसीए कर रहा था। मंगलवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे उसने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के वक्त घर पर कोई भी नहीं था। घर पहुंचे परिजनों ने किसी तरह शेड तोड़कर उसे फंदे से उतारा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
डालचंद ने बताया कि मानसिक तनाव में रहने के कारण रवि का मनोचिकित्सक के यहां इलाज चल रहा था। गत 28 जुलाई को आए पीजीडीसीए के पहले सेमेस्टर के परिणाम में वह फेल हो गया था। इसके बाद से वह और ज्यादा तनाव में आ गया था। हालांकि सुसाइड नोट नहीं मिलने के कारण पुलिस मौत का कारण डिप्रेशन को मानकर चल रही है।