इंदौर। इंदौर पुलिस पर कई तरह के आरोप आए दिन लग रहे हैं। ताजा मामले में एक आरोपी ने न्यायालय में प्रस्तुत होकर बताया कि वह एक मामले में आरोपी है, उसके खिलाफ वारंट जारी हो चुका है लेकिन पुलिस ने उसके भाई को पकड़कर उसके नाम से कोर्ट में पेश किया और जेल भेज दिया।
चंदन नगर पुलिस ने मारपीट के मामले में तीन आरोपी बाबू उर्फ बादुरा, अजय उर्फ अद्या और कल्लू उर्फ कालिया के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। जमानत पर रिहा होने के बाद से ही तीनों आरोपी फरार चल रहे थे।
कोर्ट ने तीनों का स्थाई वारंट भी जारी कर रखा है। एडवोकेट ललित नरवले ने बताया कि 14 अगस्त 2015 को चंदन नगर पुलिस ने आरोपी बाबू के भाई बद्या को हिरासत में लेकर मारपीट की। पुलिस ने तीन दिन बाद भी उसे कोर्ट में पेश नहीं किया तो परिजन ने कोर्ट में गुहार लगाई। इस पर पुलिस ने बद्या को कोर्ट में पेश किया और बताया कि वहीं बाबू है। उसका ही स्थाई वारंट जारी हुआ था। कोर्ट ने बद्या को जेल भेज दिया।
एडवोकेट नरवले के मुताबिक गुरुवार को असली आरोपी बाबू उर्फ बादुरा सह आरोपी अजय उर्फ अद्या, मां और बहन के साथ जेएमएफसी नीतू कांता की कोर्ट में उपस्थित हुआ।
एडवोकेट नरवले ने कोर्ट को बताया कि पुलिस के गिरफ्तारी पत्रक में आरोपी का हुलिया लिखा होता है। इसमें स्पष्ट लिखा है कि आरोपी बाबू की नाक पर तिल और बाएं हाथ पर चोट का निशान है।
गुरुवार को कोर्ट में पेश हुए बाबू के शरीर में पहचान के दोनो निशान मौजूद हैं। जबकि बद्या के शरीर में ऐसे कोई निशान नहीं हैं। बाबू के साथ उपस्थित हुए सह आरोपी अजय ने भी इसकी पुष्टि की। कोर्ट ने जेल प्रशासन को आदेश दिया कि जेल भेजे गए आरोपी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाए। इसके साथ ही खुद को बाबू बताने वाले युवक को भी शुक्रवार को कोर्ट में उपस्थित होने को कहा गया है। जेएमएफसी कोर्ट अब शुक्रवार को असल आरोपी की पहचान करेगी।
