ग्वालियर। चिटफंड कंपनी FUTURE GOLD INFRABUILD INDIA LIMITED में अपनी बचत को निवेश करने वाले छत्तीसगढ़ के डेढ़ सैकड़ा से अधिक निवेशक व अभिकर्ता कंपनी के सीएमडी दिनेश भदौरिया व सत्येन्द्र भदौरिया को तलाशते हुए ग्वालियर आए। कथित कंपनी के संचालकों से अपना पैसा वापस मांगने के लिए वे भिंड जिले के रिदौली गांव भी गए। यहां दिनेश भदौरिया के पिता रामवीर भदौरिया ने इन लोगों को ग्वालियर में मिलने का भरोसा दिलाकर गांव से लौटा दिया। ठगी का शिकार हुए लोगों का आरोप है कि चिटफंड कंपनी ने उन्हें साढ़े पांच साल में उनका धन दोगुना करने का लालच दिया था।
फूलबाग के गांधी पार्क में गुरुवार को डेढ़ सैकड़ा से अधिक लोग चिटफंड कंपनी फ्यूचर गोल्ड इंफ्राबिल्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सीएमडी दिनेश भदौरिया व सत्येंद्र सिंह भदौरिया के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। यह लोग रायपुुर, छत्तीसगढ़ के निवासी हैं। इन लोगों का कहना था कि वह चिटफंड कंपनी फ्यूचर गोल्ड के अभिकर्ता हैं। यह कंपनी छत्तीसगढ़ से कई लोगों का डेढ़ करोड़ से अधिक रुपया लेकर गायब हो गई है। कथित कंपनी ने छत्तीसगढ़, रायपुर में धमतरी और बिलासपुर में अपनी ब्रांच खोली थी, जिन पर ताला लगाकर वह गायब हो गए।
भिंड के रहने वाले कंपनी के संचालक
अभिकर्ता व निवेशक महेंद्र साहू, रामखिलावन विश्वकर्मा ने बताया कि कथित कंपनी के कर्ताधर्ता दिनेश भदौरिया व सत्येंद्र सिंह भदौरिया रिदौली तहसील अटेर जिला के रहने वाले हैं। इन लोगों ने अपने मोबाइल नंबर भी बदल लिए हैं। इनकी तलाश में इनके रिदौली गांव गए थे। घर पर इनके पिता रामवीर सिंह भदौरिया मिले, जो स्वयं को जिला पंचायत का सदस्य और कांग्रेस से जुड़ा बता रहे थे। रामवीर भदौरिया ने उन्हें संतोषजनक जवाब देने की बजाय उन्हें ग्वालियर आकर बात करने का भरोसा दिलाकर भगा दिया और अब मोबाइल स्विच्ड ऑफ कर लिया है। इन लोगों का कहना है कि कंपनी के संचालकों के खिलाफ रायपुर में प्रकरण दर्ज कराकर कार्रवाई करवाएंगे।
