बांधवगढ़ में बाघ ने चरवाहे को मारा, चक्काजाम, तनाव

उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के धमोखर बफर जोन में परासी पोड़ी के बीच शनिवार शाम गाय चराने गए एक चरवाहे पर बाघ ने हमला कर दिया। इस हमले में धमोखर निवासी सोनेलाल पिता रामदास (30) की मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया। हालात तनावपूर्ण हो गए हैं।

इस तरह हुई घटना
दोपहर में सोनेलाल अपने मवेशी जंगल में छोड़ आया था और जब शाम चार बजे वह अपने मवेशियों को तलाशने जंगल गया तो वहां बाघ ने उस पर हमला कर दिया। उससे कुछ दूरी पर अपने जानवरों को तलाश रहे दो चरवाहों ने इस घटना को देख लिया।

चक्काजाम
इस घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने चक्काजाम कर डाला। हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। 2014 में ऐसी ही एक घटना के दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने वनविभाग के कर्मचारियों के घरों में आग लगा दी थी।

पुलिस बल रवाना
सीएच मुरलीकृष्णा ने इस बात की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर केजी तिवारी को इससे अवगत कराया और कलेक्टर ने एसपी चन्द्रशेखर सोलंकी को मौके पर पुलिस भेजने के निर्देश दे दिए।

सीएच मुरलीकृष्णा को सस्पेंड करने की मांग
प्रयत्न संस्था के सचिव अजय दुबे ने इस मामले के लिए वनविभाग की लापरवाही को जिम्मेदार बताते हुए संचालक मुरलीकृष्णा को सस्पेंड करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में बाघों के शिकार और जनहानि के बढ़ते प्रकरण स्पष्ट तौर पर वन विभाग की असफलता उजागर करते है।

हम मांग करते है की सरकार अक्षम और लापरवाह बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के संचालक मुरलीकृष्णन जिनका पहले ही तबादला हो चुका है लेकिन आज भी जबरिया वहां पदस्थ है को तत्काल निलंबित कर उनके कार्यकाल में बाघों के शिकार और जनहानि के प्रकरणो की जाँच करवाये। दुर्लभ बाघों की को सुरक्षा प्रदान करे। 

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