भोपाल। यदि न्यूयार्क में चल रहा मास्टरकार्ड का ट्रायल सक्सेस हो गया तो आपके आॅनलाइन पेमेंट फुलप्रूफ हो जाएंगे क्योंकि किसी भी आॅनलाइन पेमेंट से पहले आपको पासवर्ड या ओटीपी नहीं बल्कि सेल्फी देनी होगी और ऐसी स्थिति में आपके अलावा कोई दूसरा व्यक्ति आपके अकाउंट से पेमेंट नहीं कर पाएगा।
मास्टरकार्ड ने अमेरिका में पायलट प्रोग्राम शुरू कर दिए हैं और नीदरलैंड्स में फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी का टेस्ट किया जा रहा है, जो उपभोक्ताओं को एक सेल्फी के साथ मोबाइल पेमेंट्स वेरिफाइ करने की अनुमति देगा।
मीडिया सूत्रों के अनुसार, यूएस में, 200 प्रतिभागी 'सेल्फी पे' सिस्टम को टेस्ट करेंगे,जिसे उनकी तस्वीर द्वारा उनकी आइडेंटिटी वेरिफाइ करने के लिए प्रयोग किया जाएगा।
यह ट्रायल 750 डच स्टेट के अधिकृत बैंको पर दिखेगा, एबीएन एम्रो, यूजर्स फिंगरप्रिंट्स और फेशियल रिकग्निशन के लिए अपने पासवर्ड्स और पिन्स स्वैप करेंगे।
तीन महीनों के ट्रायल में प्रतिभागी एक एप डाउनलोड कर सकेंगे, जो एक फिंगरप्रिंट या पिक्चर विंडोज को खोलेगा, जब यूजर जांच के लिए एक वेब स्टोर पर एंटर करेंगे।
मास्टरकार्ड, नीदरलैंड्स के कंट्री मैनेजर, अर्जन बोल ने कहा कि यह टेस्ट साबित करेगा कि बायोमैट्रिक प्रक्रिया ऑनलाइन पेमेंट की स्पीड और सेफ्टी बढ़ाती है।