हमारे देश के प्रधान मंत्री एक कामवाली बाई के लिये नियम एवं वेतन निधारण करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है, हमारे देश में हर साल मार्च के बाद मजदूरों की भी मजदूरी बढाई जाती है, सरकारी कर्मचारीयों, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारीयों, कलेक्टर दर से लगे हुये कर्मचारीयों की हर साल मार्च के बाद वेतन बढा दिया जाता है, परन्तु मध्य प्रदेश के वन विभाग में 25 से 05 वर्षो तक के कार्यरत कम्प्यूटर आपरेटरों का न तो वेतन बढाया जाता है, न ही उन्हें अन्य कोई सुविधा दी जाती है, न ही उन्हें नियमितिकरण की कार्यवाही की जा रही है।
कम्प्यूटर आपरेटर संघ के पद अधिकारीयों के द्वारा हमारे प्रदेश के मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, वन मंत्री, विभाग के वनमण्डलाधिकारी से लेकर उच्चाधिकारीयों तक हजारो बार निवेदन किया गया है कि, हमे नियमितिकरण किया जावे, हमारा वेतन एक सामान किया जावे। ग्यावालियर के राजपत्र, श्रमविभाग के राजपत्र अनुसार कम्प्यूअर आपरेटरो को भुगतान किया जावे एवं शासन के द्वारा दी जाने वाली अन्य सुविधाये भी दी जावे परन्तु किसी भी मंत्री या उच्चाधिकारीयों के पास आवेदन जाती ही उसे कचरा समझ कर अलग रख दिया जाता है।
वन विभाग में कार्यरत कम्प्यूटर आपरेटरों की वर्तमान में मजदूरो से भी दयनीय स्थिति है, वन विभाग में कम्प्यूटर आपरेटरो को एक जनवार की तरह जोता जा रहा है, जबकी मध्य प्रदेश्ा के वन विभाग में कार्यरत कम्प्यूटर आपरेटरों के द्वारा लिपिक से लेकर उच्चाधिकारी तक लेवल के ऑफ लाईन एवं ओनलाई कार्य का संचालन किया जा रहा है वर्तमान में कम्प्यूटर आपरेटरो के वरोसे में कार्यालीयन कार्य का संपादन किया जा रहा है फिर भी विभाग के उच्चाधिकारी एवं हमारे देश के मुख्य मंत्री, वन मंत्री, प्रधानमंत्री एवं किसी भी विधायक, को हमारे प्रति दयाभावना नहीं है क्या हम इस देश के निवासी नही है, क्या हमने इस देश में पैदा लेकर गुना किया है, क्या हमने विभाग को सेवा देना गुना किया है जिसकी सजा हम समस्त कम्प्यूटर आपरेटरो को दी जा रही है।
हम समस्त वन विभाग के कम्प्यूटर आपरेटर बार बार आपसे निवेदन करते है कि, हमारी पुकार सुने हमारे प्रति दया करें।
एक पीड़ित कम्प्यूटर आॅपरेटर
वनविभाग, मध्यप्रदेश