भोपाल। रायसेन के जिला उद्योग केंद्र के प्रबंधक रामदयाल बेले की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। हत्यारों ने लाश को भोपाल के गोविंदपुरा औद्योगिकी क्षेत्र की एक फेक्ट्री के गेट के सामने फेंक दिया। हत्या के पीछे डीआईसी से लोन लेने वाले किसी आवेदक का हाथ होने का संदेह व्यक्त किया जा रहा है।
जिला उद्योग केंद्र में प्रबंधक रामदायल बेले पुत्र चुन्नीलाल की पदस्थापना रायसेन जिले में थी और वे भोपाल के ओल्ड मिनाल रेसीडेंसी में रहते थे। उनके तीन बेटे हैं जिनमें से दो आईआईटी पासआउट हैं। सबसे छोटा बेटा उनके साथ रहता था। वे रोजाना रायसेन अपडाउन करते थे। भोपाल से डीआईसी के जीएम आरजी रैकवार या अन्य किसी साथी मैनेजर के साथ जाते थे लेकिन लौटते समय वे बस से आते थे।
रात डेढ़ बजे तक नहीं पहुंचे घर
रामदयाल बेले बुधवार की शाम को काम समाप्त होन के बाद ऑफिस से अपने साथियों से कहते हुए निकले थे कि वे बस से जा रहे हैं। रात करीब डेढ़ बजे जब वे घर नहीं पहुंचे तो उनके बेटे ने जीएम रैकवार को फोन लगाकर पिताजी के बारे में पूछताछ की। उन्होंने कहा कि कई बार काम के सिलसिले में कहीं रुक जाते हैं तो आते होंगे।
चाकुओं से गोदकर की हत्या
रात को गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया स्थित बोरा फेक्टरी के सामने एक लाश देखकर फेक्टरी के गार्ड ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने लाश के कपड़ों की तलाशी ली तो उसमें एक पहचान पत्र मिला जिसमें आरडी बेले नाम लिखा था। पहचान पत्र जिला उद्योग केंद्र रायसेन का था। लाश पर चाकू के गई घाव थे।
पुलिस ने औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण वहां जिला उद्योग केंद्र रायसेन के अधिकारियों के नाम व नंबर तलाशे तो जीएम रायकवार का मोबाइल नंबर मिला। उन्हें मोबाइल पर बेले की हत्या की जानकारी दी तब रायकवार ने बेले के परिवार को घटना के बारे में बताया।
परिजनों ने कहा धमकियां मिल रही थीं
बेले के परिजनों का कहना है कि कुछ दिनों से धमकी भरे फोन कॉल्स आ रहे थे। इससे बेले चिंतित थे। बेले ने धमकी देने वालों के बारे में परिजनों से कुछ भी शेयर नहीं किया था जिससे उनके नाम आदि की जानकारी पुलिस जुटा रही है।