ग्वालियर। धर्मेन्द्र कुशवाह एनकाउंट केस लगातार गर्माता जा रहा है। इसे फर्जी बताते हुए कुशवाह समाज का प्रदर्शन न्यायिक जांच आदेश के बाद भी जारी है। सोमवार को महिलाएं कंपू स्थित आईजी आफिस पहुंची। वो हाथों में चूड़ियां लिए हुए थीं। उनकी मांग थी कि या तो आरोपी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करें या फिर चूड़ियां पहन लें।
पुलिस अत्याचार मिटाओ संघर्ष समिति की ओर से आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जिला कांग्रेस अध्यक्ष दर्शन सिंह, प्रेम सिंह कुशवाह, विजय सिंह कुशवाह, सुग्रीव कुशवाह व माकपा के रामविलास गोस्वामी ने बात संभालते हुए आईजी आदर्श कटियार से कहा कि एनकाउंटर में निर्दोष की हत्या की गई है। इसलिए आक्रोश होना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि पीएम रिपोर्ट से साफ हो गया है कि धर्मेन्द्र की पिटाई से मौत हुई है, गोली से नहीं।
न्यायिक जांच शुरू, हमारे हाथ में कुछ नहीं
आंदोलनकारियों ने कहा कि इस मौत की जिम्मेदार एएसपी क्राइम प्रतिमा मैथ्यू और उनकी टीम की है। इसलिए जब तक उनका निलंबन और हत्या का मामला दर्ज नहीं हो जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस पर आईजी आदर्श कटियार ने मौन तोड़ते हुए कहा कि आप लोगों की मांग पर ही शासन ने इस मामले की न्यायिक जांच का निर्णय लिया है। इसलिए इस मामले में अब उनके हाथ कुछ नहीं है। हां, आप लोगों का ज्ञापन शासन को जरूर भेज दिया जाएगा। इस पर आंदोलनकारियों ने कहा कि यह पहला मामला नहीं है। मुकेश राठौर का भी फर्जी एनकाउंटर किया गया है। इसलिए उसकी भी जांच होना चाहिए। आईजी ने उन्हें उचित कार्रवाई का भरोसा दिया। ज्ञापन देने वालों में मृतक के पिता मोहन सिंह, काशीराम देहलवार, लतीफ खां, वीर सिंह तोमर, अखिलेश यादव, सावित्री देवी, लक्ष्मी कुशवाह, पार्वती, कलावती प्रजापति, प्रकाश पौरिया, सुग्रीव सिंह, देव सिंह, नत्थू सिंह आदि शामिल थे।