लखनऊ। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तथा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने यहां शनिवार को कहा कि मध्य प्रदेश व्यावसायिक मंडल (व्यापमं) घोटाला उनके कार्यकाल में नहीं हुआ था। उन्होंने चुनौती दी कि किसी के पास उनकी लिखी कोई सिफारिशी पर्ची मिल जाए तो उन्हें जो भी सजा दी जाए, वह भुगतने को तैयार हैं। याद दिला दें कि शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया था कि दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में पर्चियों पर नौकरियां बंटी थीं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद दिग्विजय सिंह मीडिया से मुखातिब थे। मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाले पर दिग्विजय ने अपने कार्यकाल को बेदाग बताया। उन्होंने कहा, “मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हताशा में उलटे-सीधे बयान दे रहे हैं। मेरे कार्यकाल में नियमों का जरा भी उल्लंघन नहीं हुआ था। उस समय की एक भी भर्ती पर कभी कोई दाग नहीं लगा था।” कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, “अगर किसी के पास मेरी लिखित कोई भी सिफारिशी पर्ची मिल जाए तो मैं जो भी सजा मिले वो झेलने को तैयार हूं।”
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान कहा है कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर्चियों से भर्तियां करते थे। उनका दावा है कि मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय के कार्यकाल में एक नहीं सैकड़ों नियुक्तियां पर्चियों पर की गईं। उनकी लिखी पर्चियां आपको मिल जाएंगी, उस समय राज्य में अंधेर हुआ था।
