ग्वालियर। उच्च शिक्षा के लिए विदेश रवाना होने से पहले खानदान की परंपरा के मुताबिक महाआर्यमान सिंधिया अपने कुलगुरुओं और कुलदेवताओं की पूजा करेंगे। इसी सिलसिले में महाआर्यमान शुक्रवार दोपहर अपनी मां प्रियदर्शिनी राजे के साथ शहर आए। यहां युवा कांग्रेसियों और पारिवारिक मित्रों ने उनका रेलवे स्टेशन पर स्वागत किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महाआर्यमान सिंधिया दून स्कूल से 12वीं पास कर चुके हैं। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया बेटे महाआर्यमान का उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका की किसी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में एड्मीशन कराने का फैसला कर चुके हैं। सिंधिया अगले हफ्ते अपने बेटे के साथ विदेश रवाना होंगे।
कुलगुरू व कुलदेवताओं की पूजा कर विदेश रवाना होंगे
सिंधिया खानदान की परंपरा है कि जब भी कोई युवा उच्चशिक्षा के लिए संस्थान पहली बार रवाना होता है, वह पीर मंसूर अली शाह की मजार पर चादरपोशी, कुलगुरू ढोली बुवा महाराज की पूजा औऱ कुलदेवताओं का अनुष्ठान करता है। सिंधिया कानदान में शिक्षा और उच्च शिक्षा की शुरुआत इसी परंपरा के साथ की जाती है।
पिता ज्योतिरादित्य ने भी MBA अमेरिका से
महाआर्यमान भी दून स्कूल से 12 वीं पास कर चुके हैं, और उनके पिता ने उन्हे विदेश में उच्च शिक्षा दिलाना तय किया है। लिहाजा खानदान की परंपरा निभाने महाआर्यमान शहर आए हैं। गौरतलब है कि महाआर्यमान के पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से इकोनोमिक्स से ग्रेज्युएट व स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से MBA किया है।
