छतरपुर। खजुराहो में पुलिस ने होटल से एक महिला को गिरफ्तार किया है। ये महिला हरियाणा से किडनेप की गई मात्र 7 साल की एक बच्ची को बेचने के लिए यहां आई थी। इसका खुलासा तब हुआ जब अपहृत बच्ची उसकी गिरफ्तर से छूटकर एक दुकानदार की शरण में जा पहुंची।
मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के खजुराहो पर्यटन नगरी का है। पुलिस ने रविवार को यहां से सात वर्षीय बच्ची को बेचने के जुर्म में एक महिला को गिरफ्तार किया है। ये महिला खजुराहो मंदिर के पास स्थित एक होटल में ठहरी हुई थी। जानकारी के अनुसार महिला के साथ एक युवक भी था, जो कि उसे होटल के दूसरे कमरे में ठहरा हुआ था।
देर रात महिला से मिलने आए थे कुछ लड़के
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार होटल में ठहरी इस महिला से शनिवार देर रात कुछ युवक मिलने आए थे, जो काफी देर तक महिला के साथ ही थे। युवकों के जाने के बाद महिला और लड़की एक ही कमरे में सो गए। रविवार सुबह नाबालिग बच्ची आरोपी महिला से पहले जाग गई और दरवाजा खोलकर होटल से बाहर निकल आई। होटल के बाहर आते ही लड़की ने एक किराना दुकानदार संचालक को अपनी सारी कहानी सुना। मामले की गंभीरता समझते हुए दुकानदार ने तुरंत बच्चों के लिए काम करने वाली एक संस्था और पुलिस को इसकी सूचना दे दी।
आरोपी महिला को किया गिरफ्तार
सूचना के बाद मौक पर पहुंची पुलिस ने होटल में सो रही महिला रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में महिला ने अपना नाम ममता मिश्रा बताया और बच्ची का नाम गुनगुन मीणा। बच्ची ने बताया कि वह हरियाणा फरीदाबाद शहर बाटा स्टेशन की रहने वाली है। कुछ दिनों पहले ममता उसके घर आई थी और उसे घुमाने के बहाने अपने साथ ले आई। पिछले चार-पांच दिनों से ममता बच्ची को अलग-अलग शहरों में घुमा रही है।
बच्ची के साथ मारपीट करती थी महिला
पुलिस पूछताछ में बच्चे ने बताया कि ममता उसके साथ मारपीट करती है और उसे खाना भी नहीं देती। वहीं, महिला ममता का कहना है कि बच्ची की शराबी मां खुद दस हजार रुपए में बच्ची को बेचा था। ममता ने यह भी बताया कि वह एक गैंग का हिस्सा है, जो पैसों के लिए बच्चियों को बेचते हैं। गैंग के सरगना का नाम ममता नहीं जानती, लेकिन उसने बताया कि अन्य कई लड़के-लड़कियां मिलकर बच्चों को बेचने का काम करते हैं।