भोपाल। सामान्यत: विवाह के बाद जीवन की नई शुरूआत शुभ और सात्विक होती है परंतु करोड़ों की काली कमाई के आरोपी कृषि संचालक डॉ. डीएन शर्मा के बेटे गौरव शर्मा को तो हमीमून तक काली कमाई से मना था। गौरव शादी के बाद न्यूजीलैंड गया था और खेतान व धानुका नामक कंपनियों ने इसका खर्चा उठाया था। पता चला है कि गौरव ने अपनी कंपनियों में भी करोड़ों का फर्जी लेनदेन दिखाया है।
सबसे गंभीर शिकायत थी कि डॉ. शर्मा का बेटा गौरव शर्मा विवाह के बाद हनीमून के लिए न्यूजीलैंड गया था। इस यात्रा का पूरा खर्चा कृषि विभाग में सप्लाई करने वाली कंपनियों खेतान और धानुका ने उठाया था। इसके सबूत भी लोकायुक्त के हाथ लगे हैं।
शर्मा के बेटे ने छह कंपनियां रजिस्टर्ड कराई हैं। इनमें टूर एंड ट्रेवल्स, एचआर सॉल्यूशन, कॉलोनाइजर्स, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और एक्सपोर्ट हैं। इनमें व्यवसाय करना दिखाया है लेकिन सही जानकारी दिए बिना इन कंपनियों के बैंक खातों में करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया है।
बेटे, बहू, भतीजे, समधी सबके नाम पर वारे-न्यारे
डॉ. शर्मा ने अपनी काली कमाई को ठिकाने लगाने के लिए बेटे गौरव शर्मा, गगन शर्मा, भतीजे विकास शर्मा, नीरज शर्मा और पुत्र वधू व समधी के नाम पर मकान, जमीन और गाड़ियां खरीदी हैं। इनके 120 बैंक खाते और लॉकर्स हैं। शिकायत में भोपाल और आस-पास के साथ इंदौर, दिल्ली व मुंबई में भी प्रापर्टी में निवेश की बात कही गई है।