भोपाल। मीडिया घरानों से व्यापारिक अनुबंध होने के कारण सांची दूध की खामियां अक्सर प्रकाश में नहीं आ पातीं परंतु जरा देखिए सांची दूध ने कितनी आसानी से देश का केलेण्डर ही बदल डाला। इस दूध के पैकेट पर एक्सपायरी डेट पर नजर डालिए।
देवास के स्कूलों में वितरण के लिए पहुंचे इस दूध पर एक्सपायरी डेट डली है 31/09/2015
अब जरा केलेण्डर उठाइए और बताइए, यह तारीख कहां दर्ज है। क्या कभी यह तारीख आ पाएगी।
सांची अक्सर बासी माल को ताजा बचाकर बेचता रहा है। ऐसी शिकायतें और खुलासे पहले भी हुए हैं। एक्सपायरी डेट में गोलमाल यहां आसानी से होता रहता है परंतु सांची दूध के पैकेट पर एक मीडिया घराने का नाम, घी या मट्ठा पर दूसरा और गाड़ियों पर तीसरा मीडिया घराने का नाम दर्ज करके एक प्रकार से सांची ने सारी की सारी मीडिया को ही अपने पल्लू में बांध लिया है। इसलिए कभी कोई आवाज नहीं उठती।