भोपाल। डीमेट घोटाले में जमानत पर छूटकर आए एक आरोपी पर शार्पशूटर्स ने फायरिंग कर दी। पीड़ित के दिल में इस कदर दहशत बैठी की वो तीन दिन तक घर से ही नहीं निकला। बाद में लोगों ने समझाया तो एसपी साउथ के आफिस में शिकायत करने पहुंचा।
ईश्वर नगर निवासी सुरेंद्र सिंह चौहान (35) ने बताया कि रविवार रात वह घर का गेट बंद करने बाहर आया। इसी दौरान उसे घर से कुछ दूरी पर बाइक पर दो अज्ञात युवक दिखाई दिए। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाता उन्होंने फायर कर दिए। गोली के छर्रे उसके हाथ में लग गए, लेकिन वह बच गया। घटना के बाद वह इतना घबरा गया कि किसी को नहीं बताया। उसने बताया कि तीन दिन बाद उसने हिम्मत कर एसपी साउथ को एक शिकायती आवेदन दिया है। इसमें उसने अपनी जान को कुछ रसूखदारों से जान से खतरा बताया है। हालांकि सुरेंद्र ने किसी पर भी संदेह होने की बात से साफ मना कर दिया।
कौन है सुरेंद्र?
सुरेंद्र दो साल पहले तब सुर्खियों में आया था, जब उसके खिलाफ दक्षिण भारत के तीन लोगों ने डीमेट के माध्यम से निजी मेडिकल कॉलेज में 40-40 लाख रुपए लेकर एडमिशन नहीं कराने का कोलार थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने इस मामले में एपीडीएमसी के सचिव अनुपम चौकसे, सुरेंद्र सिंह और रजनी रमन की गिरफ्तारी की थी। बाद में सभी जमानत पर छूटे गए। सुरेंद्र ने ही एडमिशन की तारीख निकल जाने के बाद भी पीड़ितों को उनके बच्चों को एमबीबीएस की सीट दिलाने का वायदा किया था।